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बागपत के युवाओं के पास जलवायु संकट पर राय देने का मौका, कॉप30 में पहुंचेगा सुझाव

ग्लोबल यूथ स्टेटमेंट' के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर बागपत के युवाओं के विचार पहुँचेंगे ब्राज़ील

बागपत के युवाओं के पास जलवायु संकट पर राय देने का मौका, कॉप30 में पहुंचेगा सुझाव

 

ग्लोबल यूथ स्टेटमेंट’ के माध्यम से जलवायु परिवर्तन पर बागपत के युवाओं के विचार पहुँचेंगे ब्राज़ील

 

देश के सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहरों में शामिल बागपत के युवाओं के सुझावों पर होगा मंथन

 

बागपत, 18 अगस्त 2025: जलवायु परिवर्तन की गंभीर चुनौतियों के बीच, बागपत के युवाओं को एक अभूतपूर्व अवसर मिला है। अब उनकी आवाज़ सीधे वैश्विक मंच तक पहुँच सकती है। ‘माय भारत’ से संबद्ध और यूएनएफसीसीसी के युवा समूह ‘यॉन्गो’ के सदस्य संगठन उड़ान यूथ क्लब ने युवाओं से ‘ग्लोबल यूथ स्टेटमेंट’ के लिए सुझाव आमंत्रित किए हैं, जिन्हें आगामी कॉप30 कॉन्फ्रेंस में दुनिया के नेताओं के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।

 

हर साल, यूएनएफसीसीसी द्वारा कॉप शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है, जहाँ दुनिया भर के राष्ट्राध्यक्ष, पर्यावरण मंत्री और राजदूत एक साथ आते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य जलवायु संकट से निपटने के लिए ठोस निर्णय लेना है। कॉप सम्मेलनों में ही पेरिस समझौता और ग्लासगो जलवायु संधि जैसे ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कॉप26 में ही मिशन लाइफ का आह्वान किया था, जो अब एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है।

 

इस साल, नवंबर में कॉप30 कॉन्फ्रेंस ब्राज़ील के बेलेम में आयोजित होगी। इस दौरान, दुनिया भर के युवाओं द्वारा दिए गए सुझावों के आधार पर तैयार ‘ग्लोबल यूथ स्टेटमेंट’ को ‘यॉन्गो’ समूह के माध्यम से पेश किया जाएगा। इस स्टेटमेंट का उद्देश्य युवाओं की सामूहिक मांगों को एक संकलित दस्तावेज़ के रूप में प्रस्तुत करना है, जो जलवायु न्याय और भविष्य की पीढ़ियों के अधिकारों पर केंद्रित होगा।

 

राज्य युवा पुरस्कार से सम्मानित उड़ान यूथ क्लब के अध्यक्ष अमन कुमार ने बताया कि बागपत भी जलवायु परिवर्तन से बुरी तरह प्रभावित है। देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल होना इसका एक स्पष्ट उदाहरण है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि एक वैश्विक चुनौती है। युवाओं के रूप में हमारा यह कर्तव्य है कि हम न केवल अपनी समस्याओं को उठाएं बल्कि उनका समाधान भी पेश करें। इस सम्मेलन में हमारी भागीदारी से नीति निर्माताओं का ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर आकर्षित होगा, जिससे इस समस्या के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाए जा सकेंगे।”

 

अमन ने युवाओं से आग्रह किया है कि वे जलवायु न्याय, मानवाधिकार, कृषि, स्वास्थ्य, जल संरक्षण, तकनीक और लैंगिक समानता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर अपने विचार और सुझाव भेजें। युवा अपने सुझाव भारत सरकार के माय भारत पोर्टल या उड़ान यूथ क्लब की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध फॉर्म https://tinyurl.com/GYSUYC के माध्यम से 22 अगस्त तक भेज सकते हैं।

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