पुरातात्विक धरोहर की रक्षा को लेकर बदौसा में गरजा ब्लॉक बनाओ संघर्ष समिति, जिलाधिकारी से की फौरी कार्रवाई की मांग
History Culture

पुरातात्विक धरोहर की रक्षा को लेकर बदौसा में गरजा ब्लॉक बनाओ संघर्ष समिति, जिलाधिकारी से की फौरी कार्रवाई की मांग
बदौसा (बाँदा)। ब्रिटिश कालीन पुरानी तहसील भवन की ऐतिहासिक धरोहर को बचाने और अवैध कब्जा धारियों द्वारा गिराई गई इमारत की उच्च स्तरीय जॉच व अतिक्रमण हटवाने की माँग को लेकर ब्लॉक बनाओ संघर्ष समिति बदौसा ने बड़ा मोर्चा खोल दिया है। समिति की पूरी कार्यकारिणी ने जिलाधिकारी बाँदा से तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य मंत्री शिकायती पोर्टल के संदर्भ संख्या 40017025014736 के तहत दर्ज शिकायत में तहसीलदार अतर्रा के कार्यालय में मामला लंबित है। इस संबंध में संयोजक संतोष कुशवाहा द्वारा दी गई शिकायत में स्पष्ट किया गया है कि बदौसा स्थित ब्रिटिश कालीन पुरानी तहसील भवन, जिसे पुरातत्व संपत्ति माना जाता है, पर अवैध कब्जा कर उस ऐतिहासिक इमारत को क्षतिग्रस्त नहीं उसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है केवल बाहरी दीवाले बची है।
शिकायत के अनुसार, इस भवन में एक पुराना पेयजल स्रोत (कूप) भी था, जिसका उपयोग पेयजल के रूप में किया जाता था, लेकिन अब उसे भी मिटा दिया गया है।
इस गंभीर मुद्दे पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष रामजस निषाद, उपाध्यक्ष विजय यादव, महामंत्री हरिओम सोनकर, महासचिव लक्ष्मी नारायण सोनकर, दयानंद गुप्ता, रज्जू वर्मा, हरिशंकर दुवे, रविशंकर गुप्ता समेत अन्य सदस्यों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि धरोहर की रक्षा हेतु तुरन्त आवश्यक कदम उठाए जाएँ।
समिति ने मांग की है कि अवैध कब्जाधारियों द्वारा ध्वस्त की गई पुरानी तहसील की इमारत की जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। भवन को पुरातत्व विभाग को सौंपा जाए।
ध्वस्त भवन और जलकूप की मरम्मत एवं पुनर्स्थापना कर संरक्षित घोषित किया जाए।
संघर्ष समिति ने चेताया है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन किया जाएगा।