अफसरों से थप्पड़, धमकी और मारपीट पर विधायक के खिलाफ गरजे जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड)पार्टी के सदस्य !
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बिहारी लाल अनुरागी बोले मुख्यमंत्री करे सख्त कार्रवाई अफसरों को डराने की राजनीति अब नहीं चलेगी।
‘ जो विधायक अफसरों से थप्पड़ और धमकी की भाषा बोले, वह लोकतंत्र नहीं, अराजकता का प्रतीक है।
मामला यूपी के बांदा जिले से जहां 23 जुलाई को सदर विधायक द्वारा डीएम, एसडीएम और पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता, धमकी और मारपीट की घटनाओं को लेकर जदयू ने मोर्चा खोलते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। जदयू दिव्यांग प्रकोष्ठ के जिला महासचिव बिहारी लाल अनुरागी के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन चित्रकूटधाम मंडल के अपर आयुक्त अमरपाल सिंह को सौंपते हुए विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि बबेरू तहसील में सहकारिता विभाग द्वारा शासन की अनुमति से गिराए गए जर्जर भवन पर विधायक ने अनावश्यक बयानबाजी करते हुए डीएम के खिलाफ “सिखाना पड़ेगा, हम सिखाएंगे” जैसी भाषा का प्रयोग किया। इससे पहले विधायक द्वारा एक कार्यक्रम में एसडीएम को थप्पड़ मारने और हाल ही में फोन पर धमकी देने की बात सामने आ चुकी है, वहीं पुलिस चौकी में घुसकर पुलिस से मारपीट के आरोप भी लगे हैं। जदयू ने इसे प्रशासन की गरिमा पर हमला बताया और विधायक की गतिविधियों की न्यायिक या SIT जांच, अफसरों की सुरक्षा हेतु गाइडलाइन, बांदा प्रशासन को नैतिक समर्थन और जनप्रतिनिधियों की दबंगई पर कानूनी कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में गरिमा सिंह पटेल जेडीयू प्रदेश सचिव महिला प्रकोष्ठ, संतोष अकेला प्रवक्ता जदयू सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, सद्दाम हुसैन युवा उपाध्यक्ष, उमा कांत सविता जिला अध्यक्ष जेडीयू, भारत कुशवाहा उपाध्यक्ष दिव्यांग प्रकोष्ठ बाबूलाल चौधरी जिला महासचिव जेडीयू, सीमा कुशवाहा, काशी प्रसाद याज्ञिक सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल रहे। अनुरागी ने कहा कि अधिकारी संविधान के प्रतिनिधि हैं, और यदि उन्हीं को धमकाया जाएगा, तो यह
लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान होगा।