किसानों को ₹500 प्रति बोरी यूरिया खाद बिक्री करने व कालाबाजारी पर रोक लगाने हेतू डीएम से की मांग
खाद की कालाबाजारी पर रोक की मांग

बढ़नी/सिद्धार्थनगर।
विकास खण्ड बढ़नी क्षेत्र के पकडिहवा चौराहे पर स्थित एक दुकानदार पर स्थानीय किसानों ने ₹500 प्रति बोरी यूरिया खाद बिक्री किये जाने का आरोप में उचित कार्यवाही के साथ क्षेत्र में यूरिया खाद की भारी किल्लत से जूझ रहें किसानों और खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाये जाने की मांग तेज-तर्रार जिलाधिकारी से की है। रविवार को बढ़नी ब्लॉक क्षेत्र के ढेबरुआ इटवा मार्ग पर पकडिहवा चौराहे पर स्थित एक दुकानदार पर स्थानीय ग्रामीण बृजमोहन, त्रिभुवन, हनुमान, सूखें, श्रीराम ने मनमाने ढंग से ₹500 प्रति बोरी में यूरिया खाद की बिक्री करने का आरोप लगाया है। जबकि यूरिया खाद का प्रति बोरा निर्धारित मूल्य ₹266•50 है। किसानों का कहना है कि क्षेत्र में कही यूरिया खाद नहीं मिल रहा है। यूरिया की इस समय खेतों में बहुत आवश्यकता है, लेकिन खाद नहीं मिल रहा है और जिसके पास है भी वो ₹500 प्रति बोरी खाद बिक्री कर भारी मुनाफा कमा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि खाद की इस समय जबरदस्त कालाबाजारी चल रही है। सहकारी समितियों पर खाद उपलब्ध न होने के कारण प्राइवेट लाइसेंसधारी मनमाने ढंग से सीनाजोरी के साथ खाद की कालाबाजारी कर मोटा मुनाफा कमा रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि खाद की कालाबाजारी करने वाले क्षेत्र के ऐसे दुकानदारों की दुकान सिर्फ सुबह और शाम खुलती है। इसलिए किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहे हैं और क्षेत्र के दर्जनों बुद्धिजीवियों और किसानों ने खाद की कालाबाजारी करने वालों और निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य लेकर बिक्री करने वाले खाद लाइसेंसधारियों पर वैधानिक कार्यवाही किये जाने की मांग की है। इस सम्बन्ध में जिला कृषि अधिकारी मो0 मुजम्मिल ने बताया कि जॉच करवाकर कार्यवाही की जायेगी। रिपोर्ट: सूरज गुप्ता